महादेव सट्टेबाजी ऐप को लेकर छत्तीसगढ़ में बड़ी छापेमारी, 4 बड़े कारोबारियों के घर और दफ्तरों की चल रही तलाशी
ईडी ने आज सुबह दुर्ग जिले के भिलाई शहर में छापेमारी की है. शहर के कपड़ा, मेडिकल, मोबाइल और चावल कारोबार से जुड़े कारोबारियों के घर और दफ्तरों पर छापेमारी की गयी. महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में ईडी ने की कार्रवाई. कारोबारी के यहां जांच चल रही है।
दुर्ग: छत्तीसगढ़ शहर में महादेव बेंटिग ऐप के जरिए करोड़ों रुपये के घोटाले का बड़ा मामला सामने आया है. जिस पर ईडी कार्रवाई कर रही है. इस मामले पर जांच टीम लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में नवरात्र के दूसरे दिन सुबह-सुबह टीम ने एक साथ चार कारोबारियों के घर पर छापेमारी की. यहां सुबह से ही जांच चल रही है |
दरअसल, राज्य में महादेव बेटिंग ऐप की मदद से करोड़ों रुपये के बड़े घोटाले का जिक्र सामने आया था. इन घोटालों में इन चारों कारोबारियों के भी शामिल होने का संदेह है. जिस पर ईडी की टीम ने कार्रवाई की है. ये सभी व्यापारी दुर्ग जिले के भिलाई शहर में रहते हैं. उनके दफ्तरों और घरों में जांच चल रही है |
चार कारोबारियों के यहां छापेमारी
ईडी की टीम ने भिलाई शहर के चार कारोबारियों के घर पर एक साथ छापेमारी की है. महादेव सट्टेबाजी मामले के चलते उन पर छापेमारी की गई है. इसमें कपड़ा, चावल, मोबाइल और मेडिकल कारोबारियों के घरों और दफ्तरों पर एक साथ छापेमारी की गई. सुरेश कुकरेजा सुंदर नगर के चावल व्यापारी हैं। वहीं वैशाली नगर निवासी भरत रवानी सुपेला में मेडिकल स्टोर संचालक हैं। बाबा दीप सिंह नगर निवासी विकास बत्रा कपड़ा व्यवसायी और सुपेला के गिरीश सावलानी मोबाइल व्यवसायी हैं। इन सभी को ईडी की टीम इन सभी के घर और ऑफिस में जांच कर रही है।
महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाला क्या है?
महादेव सट्टेबाजी ऐप पर अवैध सट्टेबाजी ऐप के लिए नए ग्राहक प्राप्त करने, बेनामी खाते संचालित करने, पैसे की हेराफेरी आदि जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। इस ऐप के प्रमोटर इसे गेमिंग ऐप कहते हैं। लेकिन जांच एजेंसियों को इस ऐप पर गैरकानूनी काम करने का शक था. छत्तीसगढ़ में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जब ईडी ने महादेव ऐप की जांच की तो करोड़ों के घोटाले की जानकारी सामने आई।